DMart Example of overcoming adversity: रिटेल चेन डीमार्ट (DMart) बिग-बाज़ार जैसा ही एक मॉल है जहां एक ही जगह पर सारा ग्रॉसरी आइटम मिल जाता है. धीरे-धीरे इन स्टोर्स ने आम जनता की बीच अपनी जगह बना ली है क्योंकि ये समय के साथ-साथ पैसा भी बचाते हैं. डीमार्ट के स्टोर सबसे ज़्यादा महाराष्ट्र में है. आज भले ही कंपनी का करोड़ों का बिज़नेस हो, लेकन इसकी शुरुआत भी छोटी ही थी. कंपनी के फ़ाइंडर और दिग्गज निवेशक राधाकिशन दमानी (Radhakishan Damani) ने इसकी नींव रखी थी.
राधाकिशन दमानी इतने बड़े और दिग्गज बिज़नेसमैन होने के बावजूद भी दुनिया की चकाचौंध से दूर रहते हैं और ज़्यादातर सफ़ेद रंग के कपड़े ही पहनते हैं इसलिए इन्हें Mr. White and White कहते हैं. हाल ही में, दमानी अपने इंवेस्टेमेंट के चलते सुर्खियों में बने थे, Business Today के अनुसार,
दमानी ने इस साल अपनी सबसे बड़ी डील करके सबको चौंका दिया, इन्होंने मुंबई में 1238 करोड़ रुपये में 28 लग्ज़री अपार्टमेंट ख़रीदे हैं, जिसे रियल एस्टेट की बड़ी डील में से एक बताया जा रहा है. अप्रैल 2021 में, उन्होंने अपने भाई गोपीकिशन दमानी के साथ मिलकर मुंबई के मालाबार हिल में 1001 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी ख़रीदी थी.
राधाकिशन दमानी ने ट्रेडिंग से लेकर डीमार्ट के फ़ाउंडर और निवेशक (DMart Example of overcoming adversity) बनने का सफ़र कैसे तय किया, चलिए जानते हैं.
राधाकिशन दमानी का जन्म साल 1954 में मुंबई के एक मारवाड़ी परिवार में हुआ था. इन्होंने मुंबई यूनिवर्सिटी से एक साल B-Com करने के बाद पढ़ाई बीच में छोड़कर बिज़नेस शुरू कर दिया. इनके पिता शिव किशन दमानी स्टॉक ब्रोकर थे.
दमानी ने सबसे पहले बॉल-बियरिंग (Metal ball) बिज़नेस शुरू किया, लेकिन वो बिज़नेस ज़्यादा नहीं चला. इसी बीच इनके पिता की मृत्यु हो गई, जिसके बाद दमानी ने फिर से नए सिरे से शुरुआत की. इसलिए उन्होंने 5 हज़ार रुपये स्टॉक मार्केट में लगाए और ट्रेडिंग शुरू की. इनके लिए बिज़नेस को समझना इसलिए भी आसान था क्योंकि उनके छोटे भाई पहले से ही बिज़नेस में थे. बिज़नेस शुरू करने से पहले दमानी ने छोटी-छोटी कंपनियों ने इंवेस्ट करना शुरू किया.